शनिवार, 7 दिसंबर 2024

अ से अमिताभ : परिप्रेक्ष्य 30



झूम बराबर झूम, 2007  निर्देशन: शाद अली छायांकन: अयानंका बोस


***


कभी-कभी मन

यूँ भी झूमे

यूँ ही घूमे

इधर-उधर

यहाँ-वहाँ 



मन के तार

कभी मिल जाएँ

मिल जाएँ, फिर कस जाएँ

बज जाएँ फिर अपनेआप

थिरक-थिरक उट्ठे धरती

और मगन हो रहे गगन



कभी-कभी मन

खुश हो जाए

खुश हो जाए है बिन बात  !! 





 

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