“ना, ना निकले”
बड़े मियाँ छोटे मियाँ, 1998 निर्देशक: डेविड धवन लेक्जक: रूमी जाफरी
***
जनता कैसी जनता है
कैसे हैं हुक्काम* यहाँ
हाकिम तो हुकुम के नौकर हैं
और जनता बांदी हाकिम की
काम है क्या किसने सोचा
क्या काम हुआ किसने देखा
बस फौरीं राहत के चलते
सब हाँ हाँ करते चलते हैं
और चाहते हैं
"ना, ना निकले"
फिर चाहे कुछ भी हो जाए !!
*हुक्काम
– हाकिम का बहुवचन, पदाधिकारी वर्ग
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