शहंशाह,1988
निर्देशन: टीनू आनंद छायांकन: पीटर
परेरिया
***
जीवन में
जीवन से बड़ी
घटनाएँ
हो सकती
हैं
मिट सकता
है
जीवन
क्षण में
हो सकते
हैं
क्षण
जीवन के
जीवन से
बड़े
हैं होते
खड़े
इन्हीं
बुनियादों पर मिथक
बनती हैं
किंवदंतियाँ
इन्हीं
बातों से
गति जीवन
की
जीवन
जाने !
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