“‘ना’ का मतलब
‘ना’ ही होता है”
पिंक,2016 निर्देशक: अनिरुद्ध रॉय चौधरी लेखक: रितेश शाह
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‘हाँ’ में
हो सकती है
गुंजाइश
ना-नुकुर की
इधर-उधर की
परतों में खुल सकते हैं
अर्थ हामियों के
लेकिन, जब भी होता है
“‘ना’ का मतलब ‘ना’ ही होता है”
और इतना जान लें हम
‘ना’ ‘हाँ’ से ज़्यादा ज़रूरी है
किसने कहा मजबूरी है
‘हाँ’ कहना हर बात पर?!
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