“बुरा मत
देखो
बुरा मत बोलो
बुरा मत सुनो
लेकिन अगर इससे फ़ायदा होता है
तो ले लो”
बंटी और बबली, 2005 निर्देशक: शाद अली लेखक: जयदीप साहनी
***
"बुरा मत देखो
बुरा मत बोलो
बुरा मत सुनो
लेकिन अगर इससे फ़ायदा होता है तो ले लो"
बस बात यह समझ लो
और निकल लो चुपचाप
कि हर चीज़
व्यक्तिगत है यहाँ
कि कौन मरता है कहाँ
धर्म के लिए
देश के लिए
न्याय के लिए...
यह राख-राख समय है
सब धूसर-धूसर है
!!
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