“जो है वो ज़रूरी नहीं है कि वो हो
और जो नहीं है, वो हो भी सकता है”
चुपके चुपके, 1975 निर्देशक: हृषिकेश मुखर्जी लेखक: गुलज़ार
***
"
जो है वो
ज़रूरी नहीं है कि वो हो
और जो नहीं है,
वो हो भी सकता है"
तेरा मुझको भूल जाना
मुझको याद कर लेना तेरा
ग़ौर करना कभी. . . !
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