शान,1980 निर्देशन: रमेश सिप्पी छायांकन: एस.एम. अनवर
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कितने रूप धरे
क्या-क्या स्वाँग भरे
तब जाकर तो कुछ पाया है
अब कहते हो
सब माया है !
प्रभु !
कैसी यह तुम्हारी दाया है !!
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