शनिवार, 7 दिसंबर 2024

अ से अमिताभ : कथन-उपकथन 03


झूठ बोलने से अच्छा है, कुछ न बोलना

 एक नज़र,1972 निर्देशक: बी.आर.इशारा लेखक: राजकुमार बेदी 


***

तुमने कहा नहीं

तुम्हें इंतज़ार था

मैंने कहा नहीं

सब ठीक है यहाँ


"झूठ बोलने से अच्छा है

 कुछ न बोलना"


अलग बात है लेकिन, कि

चुप ने हमारी 

कर दिए हैं

राज़ सब बयां  ! 


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