नमक हलाल,1982 निर्देशन: प्रकाश मेहरा छायांकन: एन. सत्येन
***
हम
सरापा*
इश्क़ हैं
चाहो, आज़मा लो
!
कर
गुज़रेंगे
कह कर
देखो
हम न
थकेंगे
जितना
बोलो
जितना
नाच नचा लो
!!
*सरापा – सर
से पाँव तक
चाँद कितना हसीन है ! 1 आधा मुँह ढके मुरझाया पड़ा चाँद हवा गुमसुम उदास रात परेशान जगी-जगी बेटे चाँद को बुखार आया है माँ रात ...
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