खाकी, 2004 निर्देशन: राजकुमार संतोषी
छायांकन: के.वी. आनंद
***
यूँही
नहीं आई है
ये हँसी
एक उम्र
की कमाई है !!
ढलती हुई
उमर में
यादों की
रहगुज़र में
जो पलट
के देखता हूँ
तो पाता
हूँ यही मैं
हैं तर्क
घिसे-पिटे वही
वही लीक
बनी-बनाई है
दुनिया
की; दुनिया में
असली
लड़ाई तो
अंदर की लड़ाई है
!!
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