“दोस्ती अच्छी या बुरी नहीं होती,
दोस्त
अच्छे या बुरे होते हैं”
मिली,1975 निर्देशक: हृषिकेश मुखर्जी लेखक: राही मासूम रज़ा
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"दोस्ती
अच्छी या बुरी नहीं होती,
दोस्त अच्छे या बुरे होते हैं"
दोस्ती कीजे
तो बेहिसाब कीजे
दोस्तों का चाहे
तो रख लीजिए हिसाब !!
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