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दर्द की एक रेखा
अब जोड़ती है तुमसे
बस, परिधि से गुजरती
स्पर्श-रेखा एक
हूँ मैं...!!
चाँद कितना हसीन है ! 1 आधा मुँह ढके मुरझाया पड़ा चाँद हवा गुमसुम उदास रात परेशान जगी-जगी बेटे चाँद को बुखार आया है माँ रात ...
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