मुक़द्दर का
सिकंदर,
1978 निर्देशन: प्रकाश मेहरा
***
बड़े ही अदब से
मुहब्बत से भर के
ज़माने में, देखो
कहना है सबसे
कहना वही है
वही जो सही है
मिलो सबसे हँस के
मिलो मन में धँस के
समय की नदी है
बही जा रही है
मगर बात देखो
रहती यही है
वही जो सही है
जो हमने कही है
कि मिलो सबसे हँस के
मिलो मन में धँस के
नहीं आज केवल
ये हरदम सही है
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