दीवार, 1975 निर्देशन: यश चोपड़ा छायांकन:
के जी
***
दर तक तो
आ गए हैं
मगर, बस यहीं तक
जो
मुहब्बत है
तो कुछ
शिकायतें भी हैं
कुछ अपनी
भी अना* है
मर्ज़ी
अब तेरी है
जो चाहे सो देख
*अना – स्व, अभिमान
चाँद कितना हसीन है ! 1 आधा मुँह ढके मुरझाया पड़ा चाँद हवा गुमसुम उदास रात परेशान जगी-जगी बेटे चाँद को बुखार आया है माँ रात ...
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