सौदागर, 1973 निर्देशन: सुधेन्दु रॉय छायांकन: दिलीप रंजन मुखोपाध्याय
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जीवन-रस-घट
काँधों
पर
फिर भी
ढूँढें
जीवन में
रस
इस भटकन
की
सीमा क्या
है ?
मेरा
क्या है !
तेरा क्या है
!
चाँद कितना हसीन है ! 1 आधा मुँह ढके मुरझाया पड़ा चाँद हवा गुमसुम उदास रात परेशान जगी-जगी बेटे चाँद को बुखार आया है माँ रात ...
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