“अरे ये जीना भी
कोई
जीना है लल्लू”
मि.नटवरलाल,1979 निर्देशक : राकेश कुमार लेखक: कादर खान
***
"अरे, ये जीना भी
कोई जीना है लल्लू"!!
यहाँ से निकला
वहाँ से भागा
जाने छोड़ा
कब-कब, क्या-क्या
भागा-भागी
खींचा-तानी
सीनाजोरी
गलत बयानी
इधर संभाला
उधर से फिसला !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें