“इंसान को अपना औकात
कभी नहीं भूलना चाहिए”
लावारिस,1981 निर्देशक: प्रकाश मेहरा लेखक: कादर खान
***
कितना भी
समय साथ दे
कितनी भी
मुहब्बत जतायी जाए
कितना भी
बुलाया जाए
कितना भी
नवाज़ा जाए
इससे पहले कि आके
कोई और बता जाए
यह खुद ही, खुद को
समझाया जाए-
"इंसान को
अपनी औकात
कभी नहीं भूलनी चाहिए"
!!
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