रविवार, 8 दिसंबर 2024

अ से अमिताभ : परिप्रेक्ष्य 16


सुहाग,1979  निर्देशन: मनमोहन देसाई  छायांकन: वी. दुर्गा प्रसाद


***


व्यसन की

बोतल में कैद

जिन्न पुरुषार्थ का

 

जो छुड़ा सके, उसी के

वश में है जहान

 

सुनिए तो मेरे आका ! 

 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चाँद कितना हसीन है !

    चाँद कितना हसीन है  !         1 आधा मुँह ढके मुरझाया पड़ा  चाँद हवा  गुमसुम उदास रात  परेशान जगी-जगी बेटे चाँद को बुखार आया है माँ रात ...