सुहाग,1979 निर्देशन: मनमोहन देसाई छायांकन: वी. दुर्गा प्रसाद
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व्यसन की
बोतल
में कैद
जिन्न
पुरुषार्थ का
जो
छुड़ा सके,
उसी के
वश
में है जहान
सुनिए तो
मेरे आका !
चाँद कितना हसीन है ! 1 आधा मुँह ढके मुरझाया पड़ा चाँद हवा गुमसुम उदास रात परेशान जगी-जगी बेटे चाँद को बुखार आया है माँ रात ...
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