शुक्रवार, 20 जून 2025

विकृति


 

विकृति


सुंदर जीवन अहा! सुंदर जीवन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

जैसे जगमग काया कंचन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

फिर भी कठिन है जीवन-यापन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

सब के सब हैं शुभ्र वदन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

पर काले हैं अंतर्मन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

काम लगे सब सौ-सौ मन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

अपना आप ही महिमा मंडन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

नहीं करें खुद लोभ संवरण 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

दूजों को दें खूब प्रवचन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

मुँह पर मीठे मधुर वचन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

पीछे किंतु खटपट-अनबन 

सत्य वचन ! सत्य वचन !

हाथ बढ़ाएँ बन के सज्जन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

षड्यंत्र रचाते पर भर मन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

क्या आरसी जब हाथ है कँगन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

करें कहो क्या अँधा है राजन्

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

हो राज आप का यही आचरण 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

चाटुकारिता अति मनभावन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

मित्र, सखा, बंधु-भाव -- मात्र कथन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

स्वार्थ सिद्धि है असली दर्शन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

बढ़ने को करें मर्दन-कर्तन 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

मानवता का होता क्षरण 

सत्य वचन ! सत्य वचन ! 

अनायास नहीं होगा संरक्षण 

शपथ उठाएँ, हों कृत-बद्ध वचन 

अपने पास ही है अपना धन 

निर्मल, सच्चा, स्वच्छ मन 

भूलें आडंबर, आवरण 

हों उच्च, उच्चतर आचरण 

उच्च, उच्चतर आचरण।


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