शुक्रवार, 20 जून 2025

सपना, उम्मीद, हकीकत


 

सपना, उम्मीद, हकीकत

 

सपनाः

बेटे ने बहुत नाम कमाया है 

हर उस जगह कामयाब है 

जहाँ से लौटा नाकामयाब मैं

 

उम्मीदः

कोशिशें वो करेगा पुरज़ोर, और 

न भटकेगा कभी राह से 

यह भी, कि 

कुछ वो उम्मीदें भी पूरी हो जायेंगी 

जो की थीं मुझसे मेरे पिता ने कभी

 

हकीकतः

अभी बस दो महीने का ही है 

कि सफ़र अभी लंबा बहुत है....!

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