शुक्रवार, 20 जून 2025

एक अरज


 

एक अरज

 

तुम्हारा हर शब्द 

तुम्हारा हर भाव

तुम्हारी हर मुस्कुराहट 

तुम्हारा हर आँसू --

तुम्हारी हर एक बात 

बहुत मायने रखती है मेरे लिए 

तुम मुझसे मिला करो 

तो 

एकदम खुल के मिला करो


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें