गुरुवार, 6 फ़रवरी 2025

अ से अमिताभ : कथन - उपकथन:: सुनो !

फिल्म: शक्ति निर्देशक: रमेश सिप्पी लेखक : सलीम - जावेद


सुनो!

मेरी बातें ध्यान से सुनो


ताली भी बजाते रहो 

बीच - बीच में


मैं रुकूँ यदि

व्यंजना की भाव - भंगिमा के साथ

तो हँसो 

तुम्हारे हँसने का मौका है यह


हामी तो यूँ भरते चलो

कि गरदन में लगी हो स्प्रिंग


सुनो!

कहने का अधिकार

नहीं है तुम्हारे पास

सहो, कुछ मत कहो 


सुनो!

मेरी वाणी में

प्रेरणा के सोते हैं 

छक कर पियो

मैं जैसा कहता हूँ 

वैसा जियो


मैं आदर्श का पाठ पढ़ा सकता हूँ 

फिर उसका उलट करवा सकता हूँ 

उलटी गिनती गिनवा सकता हूँ 

भले - बुरे हर काल में


सुनो!

यह हक़ है मेरा 

कि मैं

तुम्हारे बॉस के बॉस का बॉस हूँ

 "मैं जो भी हूँ, इस वक्त

तुम्हारे मालिक का मालिक हूँ"


सुपर मून देखा होगा

मैं बॉस हूँ सुपर !!

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