रविवार, 29 जुलाई 2018




कभी ऐसे भी जीतूँ
कि रो पड़ूँ 
इतना उठ जाऊँ
कि गिर पड़ूँ सजदे में
दुआ करना
उम्मीदों पर खरा उतरूँ
हर बार  

बेहतर से बेहतरीन !

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